दर्द लड़कों को भी होता है
एक मुस्कान होती थी चेहरे पे उनके खिलौने वो अक्सर ही लाया करते
घर पर ना हो अगर साथ कोई गोद में बैठा के लाड़ वो लगाया करते
प्यार से सहलाते थे प्यार से बुलाते थे प्यार का मतलब वो हर रोज समझाया करते
लगता सब ठीक था जब तक समझ ना थी
जब समझ आया बात ये कुछ और ही थी
मुस्कान वो हैवान कि थी खिलौने थे जाल उसके
सहम जाता था अक्सर वो मासूम मन में थे कई सवाल उसके
पास मेरे बैठ के नन्हा फरिश्ता अक्सर ये सवाल करता था
मैं तो नहीं हूं लड़की फिर मेरा क्यों वो ऐसा हाल करता था
सहम सी जाती थी सुन के खैर ये मेरी लंबी रात का छोटा सा एक सपना था
हुआ नहीं ये हकीक़त में मेरे मगर लगता ये कुछ किस्सा मेरा अपना था
जब दर्द एक से मिलते हैं हैवानों से तो मरहम एक ही क्यों नहीं लगाते हैं लोग
लडकों के साथ नहीं होता शोषण कभी अक्सर ऐसा हमें क्यों बताते हैं लोग।
By : Sujata Kumari
Hope u like it ☺️☺️
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